Saturday, November 23, 2013

मेरा शहर बदल गया है!!

मेरा शहर बदल गया है
समय के साथ शहर का
हर चेहरा बदल गया है|

जो चेहरे चमकते थे 
उन पे झुर्रियां पड़ गयी है
अब तो शहर के हर चौराहे पे 
नए चेहरे खड़े हो गए है|

शांत रहने वाली सडको पे 
अब कार और मोटर सइकलो का 
हुजूम उमड गया है
ऐसा लगता है कि अब मेरे 
शहर में जनसंख्या का बम फट गया है|

राम नारायन कि दुकान अब 
कई दुकानों में बदल गयी है 
जाने ऐसा क्यू लगता है कि 
उस दुकान कि दही जलेबी का स्वाद ही बदल गया है|

शहर के किनारे वाले जंगल में 
कंक्रीट का नया शहर बन गया है
जाने क्यू! शहर कि जीवनदयीनी नदी का
अब तो रंग भी बदल गया है|

"नवीन" युग में हमारा प्राचीन शहर
कुछ नया हो गया है, 
हमारा शहर अब बदल गया है|